fiction
Ha ye Mohabbat hai Season - 2 हाँ ये मोहब्बत है Season - 2
कहते है कि हर कहानी का अंत होता है पर कुछ कहानिया ऐसी होती है जिन्हे जितना लिखा जाये, पढ़ा जाये उतना ही कम लगता है। कुछ किरदार ऐसे होते है जो काल्पनिक होकर भी असल जिंदगी का हिस्सा लगते है और हमे कुछ इस कदर हमे अजीज हो जाते है कि उन्हें जहन से निकालना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है। कुछ प्रेम कहानिया महज मनोरंजन के लिए लिखी जाती है पर कुछ प्रेम कहानियाँ ऐसी होती है जो बयां करती है मोहब्बत का एक अनोखा अंदाज............ ऐसी ही एक कहानी "हाँ ये मोहब्बत है" जिसने लोगो के दिलो में अपनी अलग ही जगह बना ली और जिसे पाठकों का भरपूर प्यार मिला। "अक्षत" और "मीरा" की मोहब्बत जिसने सैंकड़ो दिलों में ये उम्मीद जगाई कि मोहब्बत अगर सच्ची हो तो वो मिल ही जाती है। वक्त के साथ इनकी मोहब्बत भी बढ़ती गयी और दोनों एक दूसरे की मोहब्बत में खोते चले गये.......... पर इतिहास गवाह है मोहब्बत जितनी गहरी होती है, उतनी ही गहरी चोट भी देती है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि मोहब्बत में डूबे दो दिल एक दूसरे से जुदा हो गए? मोहब्बत से भरी आँखो में आखिर क्यों तैर गयी नफरत?
जानने के लिए पढ़े "हाँ ये मोहब्बत है" Season 2